बुझ गयी वो लौ , लौ तुमने फूँक दी
जिन्दगी क्या , अब कफ़न में कयाम देखेंगे !!
तेरी जिद पे किनारे खड़े , खड़े ही रहे
अब आंसुओं में शरीक हर शाम देखेंगे !!
अब आंसुओं में शरीक हर शाम देखेंगे !!
हँसी ख़ुशी इक लहजा , लहजे का क्या
जाम -ए- ख़ुशी में तुम ,हम जहर का जाम देखेंगे !!
जाम -ए- ख़ुशी में तुम ,हम जहर का जाम देखेंगे !!
गवाँ दिया सब तेरे पीछे बे -इन्तहां होकर
बदले में मिला जख्म का इनाम देखेंगे !!
बदले में मिला जख्म का इनाम देखेंगे !!
ये और बात है , हमें वफ़ा न मिली
हर जर्रे में मगर , तेरा ही नाम देखेंगे !!
हर जर्रे में मगर , तेरा ही नाम देखेंगे !!
दौलत पूछो न , गीत गजल के सिवा कुछ नही
इश्क बाजारी में 'हातिफ' ,इस गजल का दाम देखेंगे !!
इश्क बाजारी में 'हातिफ' ,इस गजल का दाम देखेंगे !!